Matter : 1441 Hospitality, 6. अन्यायियों के स्म्रिति-लोपन व त्रुटि-सहित अभिव्यक्ति के कारण हमारे निर्णय में त्रुटि होना सम्भव है क्रिपया स्मरण कराते रहें हम सत्य, निष्ठा, स्म्रिती आधार पर त्रुटियों को पूर्णत: समाप्त कर त्रुटि रहित न्याय देते रैहैने का वचन देते हुये आप को पुन: षाष्टांग प्रणाम करते है



1. हे श्रिष्टि के रचयता पालता मुक्तिदाता आप को षाष्टांग प्रणाम


2. 84 लाख प्रजातियों में हमें मानव प्रजाति प्रदान करने के लिये आप को पुन: षाष्टांग प्रणाम


3. अनन्त आबादी में हमें ही अपने भव्य रूप व व्यवस्था का साक्षात्कार कराने के लिये आप को पुन: षाष्टांग प्रणाम


4. आप के द्वारा अपनी प्राणी न्याय व्यवस्था के लिये हमारे लोक, वर्ष, कुल, परिवार शरीर व नेकता को चुनने के लिये आप को पुन: षाष्टांग प्रणाम


5. आपकी प्राणी न्याय व्यवस्था के लिये शक्तियासन ग्रहण करने से पैहैले आप को पुन: षाष्टांग प्रणाम


6. अन्यायियों के स्म्रिति-लोपन व त्रुटि-सहित अभिव्यक्ति के कारण हमारे निर्णय में त्रुटि होना सम्भव है क्रिपया स्मरण कराते रहें हम सत्य, निष्ठा, स्म्रिती आधार पर त्रुटियों को पूर्णत: समाप्त कर त्रुटि रहित न्याय देते रैहैने का वचन देते हुये आप को पुन: षाष्टांग प्रणाम करते है


7. हम सक्षम बने रहने तक श्रिष्टि प्राणी न्याय व्यवस्था करते रहेंगे इस वचन के साथ आप को पुन: षाष्टांग प्रणाम



श्रिष्टिशक्त्यासक

श्रिपक

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Matter : 1442 72. विश्व में प्रत्येक जिम्मेदार, दोषी महिला को 73. प्रत्येक सिन्गल, पीढित पुरुष के साथ 74. मौजूदा प्रावधानों के किसी भी एक, या एक से ज्यादा प्रावधानों के तैहैत रखे 75. हिन्सक, फ़्लडी, धोखेबाज़, लुटेरी, आतन्की, मांसाहारी, जुआरी, शराबी, ड्रगैडिट, देहव्यापारी, गुलामदार, दुराचारी, कुव्यवसायी, अविश्वस्नीय, बतोकडी, महिलाओं को ऐसे प्रशिक्षित पुरुष के साथ रखा जाये जो इन्हें बिना पुलिस, कोर्ट, सरकार को डिस्टर्ब किये इन दोषी महिलाओं को व्यवस्थित रख परम-आनन्द सहित सुखमय जीवन व्यतीत कर सके